Friday, November 2, 2018

वृक्ष


 वृक्ष
चुपचाप खड़ा है
कुछ बोलता नहीं

वृक्ष
साधना करता है
स्थिर शरीर-मन से

वृक्ष
मेरे, आपके अंदर है
इसलिए हम हरियाले

वृक्ष
पतझड़ में सूखा - अडिग
प्यारभरी बारिश में जीवंत

वृक्ष
मनुष्य के लिए जीवन
परिवार का बुज़ुर्ग !

*
पंकज त्रिवेदी

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