मेरी खामोशी
नदी की लहरों सी
बह रही है आज...
तुम भी कमाल हो !
दबे पाँव से भी
भनक सुन लेती हो !
*
- पंकज त्रिवेदी
नदी की लहरों सी
बह रही है आज...
तुम भी कमाल हो !
दबे पाँव से भी
भनक सुन लेती हो !
*
- पंकज त्रिवेदी
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भावनाओं भरा सुंदर शब्द चित्र !!!!!!! सादर --
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